ऋषि ऋण क्या है और उससे छूटने का उपाय क्या है?
ऋषि-मुनियों ने, संत-महात्माओं ने, जो ग्रंथ बनाए हैं, स्मृतियां बनाई हैं, उनमें से हमें प्रकाश मिलता है, शिक्षा मिलती है, कर्तव्य कर्तव्य का ज्ञान होता है, अतः उनका हम पर ऋण है|
उनके ग्रंथों को पढ़ने से, स्वाध्याय करने से, पठन-पाठन करने से, संध्या गायत्री करने से हम ऋषि ऋण से मुक्त हो जाते हैं|
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