Tuesday, 9 January 2018

माघ मास शुक्ल पक्ष 18 जनवरी से 31 जनवरी तक | Magh Mass Shukal Paksh From 18 January To 31 January

माघ मास शुक्ल पक्ष 18 जनवरी से 31 जनवरी 2018 तक

सूर्य उत्तरायण, दक्षिण गोल, शिशिर ऋतु

18 जनवरी - प्रतिपदा तिथि - चन्द्र दर्शन, गुप्त नवरात्रे शुरू
19 जनवरी - द्वितीया तिथि - बाबा श्रीलालदयाल जयंती (ध्यानपुर) जमादि - उल्लावल (मुस्लिम) मास शुरू
20 जनवरी - तृतीया तिथि - गौरी तृतीया (गोंतरी) व्रत, श्री गणेश तिल चतुर्थी व्रत, वरद (कुंद) चतुर्थी,
21 जनवरी - चतुर्थी तिथि - शक माघ शुरू
22 जनवरी - पंचमी तिथि - वसंत (श्री) पंचमी, सरस्वती पूजन, वागेश्वरी जयंती
23 जनवरी - षष्ठी तिथि -
24 जनवरी - सप्तमी तिथि - रथ - आरोग्य सप्तमी, पुत्र सप्तमी व्रत, अचला - भानु सप्तमी, श्रीमाधवाचार्य जयंती
25 जनवरी - अष्टमी तिथि - भीष्म अष्टमी
26 जनवरी - नवमी तिथि - भारतीय गणतंत्र दिवस (69वाँ), गुप्त नवरात्रे समाप्त
27 जनवरी - दशमी तिथि - जया एकादशी व्रत (स्मार्तो के लिए)
28 जनवरी - एकादशी तिथि - जया एकादशी व्रत ( वैष्णवों के लिए), भीष्म द्वादशी, तिल द्वादशी
 - द्वादशी तिथि का क्षय है।
29 जनवरी - त्रयोदशी तिथि - सोम प्रदोष व्रत, मेला जैसलमेर (राजस्थान) शुरू
30 जनवरी - चतुर्दशी तिथि
31 जनवरी - पूर्णिमा - माघ पूर्णिमा, ग्रस्त उदय खग्रास चंद्रग्रहण, माघ स्नान समाप्त, श्री गुरु रविदास जयंती, श्री सत्यनारायण व्रत, श्री ललिता जयंती

पंचक
19 जनवरी 2:17PM से 24 जनवरी 8:34AM तक।

गंडमूल
23 जनवरी 8:08AM से 25 जनवरी 8:21AM तक।
31 जनवरी 5:36PM से 2 फरबरी 12:59PM तक।

भद्राये
21 जनवरी 2:53AM से 21 जनवरी 3:34PM तक।
24 जनवरी 4:17PM से 25 जनवरी 3:46AM तक।
27 जनवरी 9:52PM से 28 जनवरी 8:28AM तक।
30 जनवरी 10:23PM से 31 जनवरी 8:40AM तक।

क्या करना चाहिए इस पक्ष में?

इस पक्ष की प्रतिपदा 18 जनवरी को नवरात्रे शुरू हो जाएंगे, इनमे आप दुर्गा माता का पूजन अर्चन कर सकते है लेकिन शुक्र अस्त है। इसीदिन चन्द्रदर्शन करना शुभ रहेगा।
पक्ष की द्वितिया 19 जनवरी को ध्यानपुर वाले बाबा श्रीलालदयाल जी की जयंती है और मुस्लिमों का महीना जमादि - उल्लावल भी शुरू हो जाएगा।
तृतीया 20 जनवरी को गौरी तृतीया को पार्वती जी का पूजन करके गुड़, अदरक, लवण, पालक, और खीर इनसे  बलि देकर ब्राह्मणो को भोजन कराये। इसी दिन चतुर्थी भी लग जायेगी तो प्रदोष व्यापिनी गणेश तिल चतुर्थी को श्री गणेश जी का व्रत और पूजन तिल, फल, गुड़ व लड्डुयों सहित करने का विधान है।
चतुर्थी 21 जनवरी को अगर आप सूर्य उदय वाली में गणेश तिल चतुर्थी का व्रत करना चाहते है तो 21 जनवरी चतुर्थी को भी कर सकते है। इसी दिन शक माघ मास भी शुरू हो जाएगा।
बसंत पंचमी 22 जनवरी को भगवान श्रीविष्णु, श्रीराधाकृष्ण, सरस्वती माता, रति-कामदेव की पूजा लाल पीले फूलों से करनी चाहिए, और पूजन गुलाल, अर्घ्य, धूप, दीप और नैवेद्य आदि द्वारा करना चाहिए और पीले मीठे चावलों अथवा हलवे से श्रद्धा से भोग लगाना चाहिए।
रथ सप्तमी 24 जनवरी को भगवान श्री सूर्यनारायण ने मन्वंतर के आरंभ में इसी दिन जगत को आपने प्रकाश से आलोकित किया था। इस दिन विधि अनुसार व्रत रखने से पुत्र - संतति, आरोग्यता और धन की प्राप्ति होती हैं।
भीष्म अष्टमी 25 जनवरी को भीष्म जी का श्राद्ध और तर्पण करने से मनोवांछित कामनाए पूरी होती है और पितृ दोष दूर होते है।
26 जनवरी नवमी को भारत का 69वाँ गणतंत्र दिवस है इस दिन राष्ट्र हित के कार्यों में साझेदार बने। इस दिन गुप्त नवरात्रे भी समाप्त हो जाएंगे। इस दिन दो बड़े त्योहार है तो देश के हित में जरुर कार्य करे।
दशमी 27 जनवरी को जया एकादशी का व्रत स्मार्तो अर्थात गृहस्थ लोगों में मनाई जाएगी और व्रत रखेंगे। इस व्रत को करने से पिशाच आदि योनियों से छुटकारा मिलता है।
28 जनवरी एकादशी को जया एकादशी वैष्णों अर्थात साधु संतों में मनाई जाएगी और व्रत रखेंगे।
29 जनवरी त्रयोदशी को सोम प्रदोष व्रत है इसे भगवान शिव के निमित्त रखा जाता है। और इसी दिन राजस्थान में मेला जैसलमेर भी शुरू हो जाएगा।
31 जनवरी माघ पूर्णिमा को तीर्थ जल से स्नान करके देव - पितृ तर्पण करने के बाद तिल, गुड़, अनाज, घी, फल, वस्त्रों आदि का दान करने से विशेष पूण्य प्राप्त होता है। इसीदिन ग्रस्त उदय चंद्रग्रहण भी होने से तीर्थस्नान आदि करने जा महत्व और महात्मय और भी बढ़ जाएगा। ग्रहण के बाद अथवा अगले दिन स्नान करके जप, पाठ करके दान आदि कर्म करने चाहिए।

ग्रहगोचर - इस पक्ष में सूर्य, बुध, शुक्र और केतु का योग होने से देश मे कही प्राकृतिक आपदा (दुघर्टना) से जन, धन, सम्पदा आदि की हानि होगी। उपद्रव, विस्फ़ोटक और सांप्रदायिक अथवा जातीय हिंसक घटनाओं के कारण लोगों की हानि होगी।

आकाश लक्षण - इस पक्ष के शुरुआती दिनों में उतरी पर्वतीय क्षेत्रों में खंड वर्षा, बर्फबारी और कही पर बूंदा बांदी हो सकती है।

शकुन - माघी पूनम निर्मल होय, अन्न आषाढ़े सस्तो होय।।
अर्थात माघ पूर्णिमा को वातावण स्वच्छ और निर्मल होने पर आषाढ़ मास में अन्न सस्ता होता है।

वीडियो लिंक - https://youtu.be/g-2oE6A_lkQ

https://youtu.be/g-2oE6A_lkQ

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