Tuesday, 6 February 2018

श्रीमहाशिवरात्रि 13-14 फरबरी, 2018 | Shri MahaShivratri 13-14 February, 2018

Video Link - https://youtu.be/BhOmafmKr_8

श्री महाशिवरात्रि का व्रत शास्त्रों और पुराणों के अनुसार निशीथ व्यापिनी अर्थात रात के आठवें मुहूर्त में फ़ाल्गुन मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को श्रीमहाशिवरात्रि का सर्वकल्याणकर किया जाता है। अर्थात सभी के कल्याण के लिए श्री महाशिवरात्रि का व्रत किया जाता है।

धर्मसिन्धु के अनुसार अगर चतुर्दशी तिथि दूसरे दिन निशीथ काल के एकदेश अर्थात अगले दिन की चतुर्दशी की रात को अर्थात 14 फरबरी को आंशिक रूप से या थोड़ी देर के लिए व्याप्त हो और पहले दिन सम्पूर्ण भाग को व्याप्त करे अर्थात पूरी रात रहे तो व्रत पहले दिन अर्थात 13 फरबरी को ही करना चाहिए।

परेद्यर्निर्शीथैकदेश व्याप्तौ पूर्वेद्युः सम्पूर्णतद्व्याप्तौ  पूर्वैव।

धर्मसिन्धु के अनुसार इस साल फ़ाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 13 फरबरी, 2018 को पूर्ण रूप से निशीथ - व्यापिनी है, जबकि 14 फरबरी को रात 12:13 से 12:47 तक निशीथकाल के एकदेश अर्थात रात के एक अंश के बराबर तक ही व्याप्त रहेगा। इस लिए शास्त्र के निर्देश अनुसार

परेद्यर्निर्शीथैकदेश व्याप्तौ पूर्वेद्युः सम्पूर्णतद्व्याप्तौ  पूर्वैव।

यह व्रत 13 फरबरी, मंगलवार, 2018 के दिन ही व्रत ग्राह्य होगा।
पंजाब, हरियाणा, उत्तर भारत मे 13 फरबरी को निशीथकाल लगभग 12:13 से 1:05 तक रहेगा। जबकि पूर्वी भारत मे जहाँ स्थानीय रात्रिमान के अनुसार निशीथकाल अर्थात रात का आठवां मुहूर्त 12:47 तक समाप्त हो जाएगा अर्थात चतुर्दशी तिथि निशीथ काल व्यापिनी होगी, वहाँ महाशिवरात्रि का व्रत 14 फरबरी, 2108 को भी किया जा सकेगा।

परन्तु उत्तर भारत में विशेषकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के पूर्वी भागों को छोड़कर, उज्जैन, मुम्बई, कर्नाटक आदि में शिवरात्रि बिना किसी विवाद के 13 फरबरी, मंगलवार को ही मनाई जाएगी, क्योंकि यहाँ 13 फरबरी को ही चतुर्दशी पूरी तरह से निशीथ व्यापिनी रहेगी।

त्रयोदशी तिथि की समाप्ति - रात 10:35 (13 फरबरी, 2018)

चतुर्दशी तिथि की समाप्ति - रात 12:47 (14 फरबरी, 2018)

तो आगे बात करे तो शिवरात्रि का त्योहार चतुर्दशी तिथि को होता है, लेकिन वो हमें रात वाली चतुर्दशी तिथि को ही को ही करना चाहिये, क्योंकि महाशिवरात्रि के त्योहार में विशेष महत्व व्रत के साथ पूजन का होता है, तो महारात्रि को पूजन रात को होगा, तो हमे देखना है कि चतुर्दशी तिथि कब लगेगी और कब समाप्त होगी, तो चतुर्दशी तिथि 13 फरबरी को रात 10:35 को शुरू हो जाएगी और 14 फरबरी को रात के समय 12:47 पर समाप्त हो जाएगी, जिससे हमारा 4 पहर का पूजन 14 फरबरी को चतुर्दशी तिथि के मध्य को नही हो पायेगा, और 13 फरबरी को रात 10:35 पर चतुर्दशी तिथि शुरू हो जाएगी, जिससे चतुदर्शी तिथि पूरी रात रहेगी और निशीथ काल भी पूरी रात तक रहेगा, जिससे हम 13 फरबरी को महाशिवरात्रि का व्रत कर सकते है और रात में महाशिवरात्रि की 4 पहर का पूजन भी कर सकते हैं। परन्तु कुछ क्षेत्रों में जहाँ पर चतुर्दशी को निशीथकाल ज्यादा समय तक रहेगा, वहाँ पर महाशिवरात्रि का व्रत 14 फरबरी को मान्य होगा।

भारत के विभिन्न क्षेत्रों में महाशिवरात्रि कब होगी?
नोट - सभी समय रात के है।
नगर     -  निशीथकाल   -  महाशिवरात्रि व्रत
अमृतसर - 12:15 से 1:07 - 13 फरबरी
अम्बाला - 12:10 से 1:02 - 13 फरबरी
आगरा - 12:04 से 12:55 - 13 फरबरी
उज्जैन - 12:05 से 12:56 - 13 फरबरी
चंडीगढ़ - 12:08 से 1:00 - 13  फरबरी
जम्मू - 12:19 से 1:12 - 13 फरबरी
जालंधर - 12:13 से 1:05 - 13 फरबरी
दिल्ली - 12:09 से 1:01 - 13 फरबरी
देहरादून - 12:04 से 12:56 - 13 फरबरी
नासिक - 12:21 से 1:11 - 13 फरबरी
बीकानेर - 12:26 से 1:18 - 13 फरबरी
बैंगलोर - 12:09 से 12:59 - 13 फरबरी
मंडी - 12:08 से 1:00 - 13 फरबरी
मेरठ - 12:07 से 12:59 - 13 फरबरी
मथुरा - 12:05 से 12:56 -13 फरबरी
मुम्बई - 12:31 से 1:22 - 13 फरबरी
रोहतक - 12:12 से 1:04 - 13 फरबरी
शिमला - 12:07 से 12:59 - 13 फरबरी
सहारनपुर - 12:12 से 1:04 - 13 फरबरी
होशियारपुर - 12:12 से 1:04 - 13 फरबरी
हरिद्वार - 12:04 से 12:56 - 13 फरबरी
ईलाहाबाद - 11:51 से 12:42 - 14 फरबरी
कानपुर - 11:56 से 12:47 - 14 फरबरी
कोलकाता - 11:25 से 12:16 - 14 फरबरी
दुर्ग छत्तीसगढ़ - 11:54 से 12:45 -14 फरबरी
पटना - 11:36 से 12:27 - 14 फरबरी
लखनऊ - 11:50 से 12:41 - 14 फरबरी
वाराणसी - 11:44 से 12:35 - 14 फरबरी

इदं व्रतं रविवारभौमवार-योगे शिवयोगे चातिशस्तम्।

अर्थात शिवरात्रि को रविवार या मंगलवार और शिवयोग होने से शिवरात्रि के व्रत का महात्म्य और महत्व और भी बढ़ जाता है।

तिथिनाममेव सर्वासामुपवासव्रतादिषु।
तिथ्यन्ते पारणं कुर्याद् विना शिवचतुर्दशीम्।।

स्मृति वाक्यों में 'तिथ्यन्ते पारणम्', 'व्रतान्ते पारणम्' आदि वाक्यों के अनुसार व्रत की समाप्ति में पारण किया जाता है, किन्तु शिवरात्रि के व्रत का पारण चतुर्दशी में ही करना चाहिए और यह पारण पूर्वविद्धा अर्थात प्रदोष निशीथ उभय - व्यापिनी चतुर्दशी तिथि में ही हो सकता है।
और पारण का अर्थ होता है व्रत को समाप्त करना।

तो महाशिवरात्रि का व्रत 2 दिन है 13 और 14 फरबरी को तो व्रत किस दिन करे - चतुर्दशी 13 फरबरी की रात 10:35 पर शुरू होगी, और 14 फरबरी की रात 12:47 पर समाप्त हो जाएगी, 13फरबरी  रात को निशीथकाल 12:13 से 1:05 तक रहेगा और 14 फरबरी को निशीथकाल 12:13 से 12:47 तक रहेगा। अर्थात 13 तारीख को ही ज्यादा समय तक रहेगा। जिसके कारण 13 तारीख को ही ही व्रत करना उत्तम रहेगा और आपको जो पहले श्लोक बताया था जो screen पर show हो रहा है उसके अनुसार महाशिवरात्रि के व्रत का पारण अर्थात समाप्ति चतुर्दशी तिथि के अंतर्गत ही आनी चाहिए तो व्रत 13 फरबरी, मंगलवार को ही मान्य होगा।

https://youtu.be/BhOmafmKr_8

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